पशुपति नाथ मंदिर: यहाँ हजारों कावड़िए शिवरात्रि के महीने में एकत्र होते हैं और जलाभिषेक के माध्यम से अपनी भक्ति और आस्था को प्रकट करते हैं।  है।

यहाँ की धार्मिक आवासा और भक्ति भावना ने इसे एक आध्यात्मिक यात्रा का केंद्र बना दिया

तपेश्वर नाथ मंदिर: ध्यान और भक्ति में लिपटे रहने के लिए इस मंदिर का दर्शन शिवरात्रि के अवसर पर विशेष रूप से लाभकारी है, जो शांति की प्राप्ति का सूचक है।

 त्रिवटी नाथ मंदिर: यहाँ शिवभक्तों को एक अद्वितीय अनुभव होता है, जो शिवरात्रि के दिन उन्हें नए ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए प्रेरित करता है।

श्री मढ़ीनाथ मंदिर: यहाँ मणिधारी नाग शिवलिंग की रक्षा करता है और शिवरात्रि के दिन यहाँ भक्ति और आराधना का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है।

अलखनाथ मंदिर: यहाँ बाबा की तपस्या ने मंदिर को एक ऐसे स्थान पर बनाया है जहाँ आत्मा का संवाद होता है 

और सभी चिन्हित दुःख व्यक्ति के जीवन से हमेशा के लिए गायब हो जाते हैं। 

वनखंडीनाथ मंदिर: द्रौपदी द्वारा स्थापित इस मंदिर में शिवलिंग का दर्शन करने से ही भक्तों के दिलों में सुकून होता है, और वे सभी दुःखों से मुक्ति प्राप्त करते हैं।