बरेली में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह Best places to visit in bareilly: नमस्कार दोस्तों कैसे है आप सब आशा करता हु कि आप सब बहुत अच्छे होंगे। दोस्तों आज के इस लेख में मैं आपसे बात करने वाला हु कि बरेली में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है और आप यहाँ तक कैसे पहुंच सकते है।
बरेली उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। बरेली को नाथ नगरी के नाम से भी जाना जाता है, वही बरेली मध्य उत्तर प्रदेश राज्य में रामगंगा नदी तट पर स्थित है। बरेली शहर उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ से लगभग 250 किमी उत्तर मे और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से 260 किलोमीटर पूर्व मे स्थित है। बरेली रोहिलखंड के ऐतिसाहिक क्षेत्र की राजाधानी था। जनपद बरेली का शहर महानगरीय है। बरेली उत्तर प्रदेश का 7वाँ तथा देश का 50वाँ बड़ा महानगरो में सम्मिलित है।
बरेली शहर को प्रसिद्ध मंदिरो और धार्मिक स्थलो और मेडिकल हब के लिए जाना जाता है। है। बरेली शहर का निर्माण मुग़ल प्रशासक ‘मकरंद राय’ के द्वारा 1537ईस्वी में स्थापित करवाया था। मित्रो जनपद बरेली शहर महानगरीय है। बरेली उत्तर प्रदेश का 7वाँ तथा देश का 50वाँ बड़ा महानगरो में सम्मिलित है। ऐसे में आपको बरेली में घूमने के लिए बहुत सारी टूरिस्ट प्लेस (TOURIST PLACE) यह मिल जाती है। तो चलिये जानते है। बरेली शहर में कौन-कौन सी जगह घूमने योग्य है।
बरेली क्यों जाए Why Go to Bareilly ?
बरेली में गाँधी उद्यान बरेली,फनसिटी बरेली,फीनिक्स मॉल बरेली,बरेली कॉलेज,कारगिल चौक बरेली,आला हजरत दरगाह बरेली,रानी लक्ष्मी बाई चौक बरेली,कलेक्ट्रेट बरेली,बूँद एम्यूजमेंट पार्क बरेली, रैडिसन 5 स्टार होटल,अक्षर विहार प्रसिद्ध है।
बरेली घूमने का सबसे अच्छा समय Best time to visit Bareilly?
वैसे तो बरेली घूमने के लिए आप कभी भी जा सकते है लेकिन अगर आप मई और जून के महीने में जाते हैं, तो आपको हर जगह की तरह यहाँ भी गर्मी झेलनी पड़ेगी। इसलिए हमारे अनुसार बरेली जाने का बेस्ट समय सर्दियो के महीनो का होता है।
बरेली में घूमने की जगह places to visit bareilly ?
दोस्तों बरेली में घूमने के लिए सबसे पहले मंदिर से शुरुआत करते है। तो जैसा कि ऊपर मैंने इस लेख मैं बताया कि बरेली शहर मंदिरो के लिए बहुत प्रसिद्ध है। जिसके लिए बरेली को नाथ नगरी भी कहते है तो चलिये जानते है कि बरेली में कौन-कौन से नाथ मंदिर है।
मढ़ीनाथ मंदिर ?
पश्चिम दिशा में स्थित यह प्राचीन मंदिर पांचाल नगरी में है। ऐसा माना जाता रहा है कि यह मंदिर 5000 साल से भी ज्यादा पुराना है, कहते है मढ़ीनाथ मंदिर के शिवलिंग की स्थापना पांडवों ने अपने वनवास के दौरान की थी। मंदिर के पुजारी का कहना है कि यहां मणिधारी नाग शिवलिंग की रक्षा करता है। मंदिर परिसर में ही रहने वाले एक बाबा ने बताया कि ऐसे कई मौके आए जब मणिधारी नाग ने अपनी मणि बाहर निकाली, इससे तेज रोशनी भी हुई।
बताया जाता है कि वर्तमान में इस नाग ने मंदिर परिसर के एक जीर्ण हो चुके कमरे में डेरा डाल रखा है। पिछले दिनों जब इस कमरे का कूड़ा निकालने के लिए लोग भीतर गए तो उन्हें नाग का सामना करना पड़ा। इस पर उक्त कमरे का जीर्णोद्धार रोक दिया गया। और इन्ही कारणों से मंदिर का नाम मढ़ीनाथ मंदिर पड़ा गया । जिस इलाके में ये मंदिर स्थित है। उस इलाके को मढ़ीनाथ मोहल्ले के नाम से जाना जाता है।

धोपेश्वर नाथ मंदिर ?
बरेली के सदर कैंट के दक्षिण मध्य अग्निकोण में ये मंदिर स्थित है। कहते है कि धूम्र ऋषि ने यहां कठोर तपस्या की थी और उनके द्वारा की गयी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें अपने दर्शन दिए और धूम्र ऋषि ने भगवान से जनकल्याण के लिए यहीं विराजने की प्रार्थना की। जिसके बाद यहां स्थापित धूम्रेश्वर नाथ के नाम से जाना जाने लगा। वर्तमान में ये मंदिर धोपेश्वर नाथ नाम से जाना जाता है। इसके साथ ही एक अन्य कथा ये भी है कि इस स्थल पर महाभारत युग में द्रौपदी और धृष्टद्युम्न का जन्म स्थल है । द्रौपदी और धृष्टद्युम्न दोनों को भगवान शिव की कृपा से पैदा हुआ माना जाता था। जिस कारण यह मंदिर भगवान धोपेश्वरनाथ को समर्पित है।

त्रिवटी नाथ मंदिर ?
त्रिबटी नाथ मंदिर उत्तर कुबेर दिशा प्रेमनगर में ये भव्य मंदिर स्थापित है। कहा जाता है कि यहां भगवान शिव ने खुद प्रकट होकर तीन वटों के नीचे सो रहे एक चरवाहे को उसके सपने में दर्शन दिए और कहा कि यहां पर मैं स्थित हूं। नींद से जागने के बाद चारवाह ने भगवान का आदेश मानकर त्रिवट के नीचे खुदाई की तो उसे शिवलिंग के दर्शन हुए। इस प्रकार हिंदू कैलेंडर के अनुसार विक्रम संवत १४७४ प्राकृतिक शिव के रूप में बाबा त्रिवती नाथ जी भगवान का उदीयमान (प्रकात्य) वर्ष है। यह स्थान धीरे-धीरे पूजा का केंद्र बन गया। जिसके कारण इस मंदिर का नाम त्रिवटी नाथ मंदिर पड़ा।

तपेश्वर नाथ ?
यह शहर का सबसे पुराना मंदिर है,दक्षिण भूतनाथ सुभाष नगर वीर भट्टी मैदान के पास के इलाके में स्थित ये मंदिर कई ऋषियों और संतों की तपोस्थली रहा है। आधुनिक और पुरानी दोनों गतिविधियाँ के चलते इस मंदिर का नाम तपेश्वर नाथ मंदिर पड़ा।

अलखनाथ मंदिर ?
उत्तर पश्चिम दिशा में ये मंदिर किला, बरेली के पास नैनीताल रोड पर स्थित है। अलखनाथ मंदिर का इतिहास 930 साल से भी ज्यादा पुराना रह चूका है। एक स्थानीय कहावत के अनुसार, किला क्षेत्र प्राचीन काल में घने जंगलों से घिरा हुआ था। इलाके में स्थित है। इस अलख नाथ मंदिर नागा संन्यासियों के आनंद अखाड़ा आदेश का मुख्यालय है। शिव भक्तों के इस क्रम के सदस्यों को नागा बाबा के नाम से भी जाना जाता है।
बाबा कालू गिरि मंदिर के वर्तमान महंत हैं । मुगलकाल में जब सनातन संस्कृति को नष्ट किया जा रहा था। तो धर्म की रक्षा के लिए आनंद अखाड़े के बाबा अलाखिया को यहां भेजा गया। शिव के अनन्य भक्त बाबा अलाखिया ने यहां भगवान शिव की कठोर तपस्या कर शिवलिंग की स्थापना की। जिसके बाद मुस्लिम शासक बाबा के तपोवन में प्रवेश नहीं कर पाए। अलाखिया बाबा के नाम पर ही मंदिर का नाम अलखनाथ मंदिर पड़ा। यहां आज भी मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है का बोर्ड लगा हुआ है।

वनखंडी नाथ मंदिर ?
पूर्व दिशा में भगवान शिव को समर्पित बंखंडीनाथ मंदिर बरेली के जोगी नवादा पड़ोस में स्थित है। कहा जाता है कि ये अति प्राचीन मंदिर स्थित है। बनखंडी नाथ मंदिर का संबंध द्वापर युग से भी है। इस मंदिर का निर्माण द्वापर युग में हुआ था। मंदिर में बड़ी संख्या में साधु-संत एकत्रित होते थे।
और यहाँ कठोर तपस्या करते थे। उनमें से कई ने मंदिर में समाधि भी ले ली। समाधि आज भी मंदिर परिसर में देखि जा सकती हैं। माना जाता है कि राजा द्रुपद की पुत्री द्रोपदी ने अपने राजगुरु द्वारा शिवलिंग की विधिवत पूजा अर्चना कर प्राण प्रतिष्ठा कराई थी। और कहा यह भी जाता है। उस समय यहां से गंगा माँ होकर गुजरती थी, लेकिन आज मन्दिर परिसर में एक सूखा तालाब ही शेष है।
वन से घिरे इस मंदिर को मुगल शासक औरंगजेब ने भी शिव मंदिर को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन उनकी सभी कोशिश बेकार साबित हुई। कहा जाता है कि मुस्लिम शासकों द्वारा वन में स्थित इस मंदिर को खंडित करने की कोशिश के कारण ही मंदिर का नाम बनखंडी नाथ पड़ा। मंदिर का संचालन दशनाम जूना अखाड़ा करता है। सावन माह में इस मंदिर का नजारा ही कुछ अलग ही होता है। सावन माह में इस मंदिर का नजारा ही कुछ अलग ही होता है।

पशुपति नाथ ?
पशुपतिनाथ मंदिर, जिसे जगमोहनेश्वरनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर सात नाथ मंदिरों में सबसे नया है। इस मंदिर में भगवान पशुपतिनाथ भगवान शिव के एक अवतार को समर्पित है । यह मंदिर पीलीभीत बाईपास रोड पर स्थित है। इसकी पशुपतिनाथ मंदिर की स्थापना 2001 में हुई थी। यह कैलाश पर्वत से लाए हुए पत्थर स्थापित कैलाश मे किया गया है। जोकि शहर के एक निर्माता द्वारा बनाया गया था। मंदिर के निर्माण में लगभग एक वर्ष से अधिक का समय लगा। यहाँ के शिवलिंग स्थापित मुख्य मंदिर के अंदर पंचमुखी (पांच सामना), के समान के रूप में है।
साथ ही मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर, एक भैरव मंदिर, कैलाश पर्वत की प्रतिकृति और भगवान शिव के 108 नामों को समर्पित 108 शिवलिंग शामिल हैं। इस मंदिर परिसर में रुद्राक्ष और चंदन के पेड़ भी लगाए गए हैं। ये मुख्य मंदिर के चारो तरह एक तालाब के बीच में स्थित है, जो इसे चारों तरफ से घेरे हुए है। तालाब में मछलियाँ और बत्तख बहुतायत में पाए जाते हैं। मंदिर परिसर में रामेश्वरम के रामसेतु से लाया गया एक पत्थर भी है , जो पानी में तैरता है।
बरेली के 7 नाथ प्रसिद्ध मंदिर जहा भगवान शंकर खुद है विराजमान
श्री गायत्री शक्ति पीठ मंदिर बरेली Shri Gayatri Shakti Peeth Temple ?
श्री गायत्री शक्तिपीठ मंदिर बरेली शहर का एक प्रसिद्ध और मुख्य मंदिर है। यह मंदिर गायत्री माता को समर्पित है। मंदिर में गायत्री माता की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर निकट त्रिवटी नाथ मंदिर के पास ही में है। आप यहां पर आकर गायत्री माता के दर्शन कर सकते हैं।
काली देवी मंदिर बरेली – Kali Devi Temple ?
बरेली शहर का काली देवी मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर काली देवी को समर्पित है। मंदिर प्रगंड में माँ काली देवी जी की बहुत ही आकर्षक प्रतिमा के दर्शन करने को मिल जाती है । यह मंदिर बरेली में कालीबाड़ी एरिया में स्थित है। यहां आप बाइक, कार से आकर घूम सकते हैं। आपको यहाँ मंदिर परिसर में और भी देवी देवताओ की प्रतिमा लगी हुई मिल जाएगी। यहाँ आपको बेहद शांति का अनुभव होगा।
रामगंगा Ramganga ?
रामगंगा बरेली शहर का एक मुख्य स्थल है। यहां पर रामगंगा नदी पर एक सुंदर सा बांध बना हुआ है, जो बहुत सुंदर लगता है। आप यहां पर जाकर घूम सकते हैं और इस बांध का दृश्य देख सकते हैं। यहां पर घाट भी बनाए हैं, जहां से आप को राम गंगा नदी का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिलता है। यहाँ पर चौबारी का मेला बहुत ही ज्यादा फेमस और मुख्या है। जोकि इसे और भी मुख्य बनता है।
श्री हरि मंदिर Shri Hari Mandir ?
श्री हरी मंदिर बरेली शहर का अति सुंदर मंदिर है। यह मंदिर श्री कृष्ण जी और राधा जी को समर्पित किया गया है। मंदिर का डिजाइन बहुत ही आकर्षक है। जिसे देख कर आंनद की अनुभूति होती है। इस मंदिर में श्री राधा कृष्ण जी के दर्शन करने सौभाग्य प्राप्त होता है। मंदिर में राम जी, सीता जी और लक्ष्मण जी के दर्शन करने के लिए भी मिलते हैं। यहां पर एक बहुत बड़ा प्रार्थना सभा है, जहां पर सभी लोग एकत्रित होकर भगवान श्री कृष्ण जी का भजन कर सकते हैं। रात के समय इस मंदिर को लाइटों से सजाया जाता है, जिससे मंदिर और भी ज्यादा खूबसूरत लगता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अबसर पर इस मंदिर को रंग बिरंगे फूलो और लाइटो से सजाया जाता है। इसदिन यहाँ बहुत भीड़ रहती है।
ललिता देवी मंदिर Lalita Devi Temple ?
मां ललिता देवी मंदिर बरेली शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बरेली में मढ़ीनाथ के पास नेकपुर इलाके मे स्थित है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार में ही मां दुर्गा की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर परिसर के प्रांगड़ में बहुत सारे देवी देवता विराजमान है। यहां पर मां ललिता देवी के दर्शन करने के मिलते हैं। शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। देवी देवता के यहां दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
84 घंटा मंदिर Chaurashi Ghanta Mandir ?
बालाजी मंदिर Balaji Mandir ?
मित्रो अगर बालाजी मंदिर की बात की जाये तो ये भी एक
चुन्ना मियां का मंदिर Chunna Mian Ka Mandir ?
चुन्ना मियां एक बहुत ही जयदा फेमस मंदिर है। यह मंदिर बरेली शहर का एक मुख्य मंदिर है । जोकि बड़ा बाजार में स्थित है। इस मंदिर को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही आपको अबगत करा दे कि इस मंदिर का उद्घाटन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी के कर कमलों के द्वारा किया गया था। इस मंदिर में श्री विष्णु जी की और लक्ष्मी जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है, क्योंकि इस मंदिर को मुस्लिम व्यक्ति के द्वारा बनाया गया है। यहाँ की ख़ास बात ये है कि इस मंदिर का डिजाइन बहुत ही ज्यादा आकर्षित करने वाला है। आपको बहुत अच्छा लगेगा।
बरेली आला हज़रत – Bareilly Ala Hazrat
बरेली में दरगाह-ए-आला-हजरत ही वह धार्मिक और प्रसिद्ध स्थान है। जिसने बरेली को विश्व विख्यात बनाया है। यहाँ बरेली शहर के सौदागरन मोहल्ले की तंग गलियों में स्थित इस धार्मिक स्थल को मुस्लिम सन्त और विद्वान आलाहजरत इमाम अहमद रज़ा ख़ान की याद में बनवाया गया था। 14 जून सन् 1856 में को जन्में इस महान विद्वान को आलाहजरत अर्थात महान विद्वान व्यक्ति की उपाधि इसलिये दी गई थी। क्योंकि वे ज्ञानी और साहित्यिक दुनिया के चमकते सितारे थे।
वह मुस्लिम धर्म को बहुत अच्छे से जानते थे साथ ही उनके द्वारा ही शहर में इस्लामिक ज्ञान केन्द्र की स्थापना की और फिर यह विश्व के लोगों के लिये एक तीर्थस्थल बन गया। यहाँ लोग भारी संख्या में उर्दू, अरबी, और फारसी भाषाओं में उनके महान साहित्यिक रचनाओं का अध्ययन करने आते हैं। इस महान विद्वान द्वारा रचित सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक है फतवा राधविया। इसको 12 भागों के 12000 पृष्ठों में लिखी है। यह मुस्लिमों द्वारा जीवन की सामान्य दिनचर्या में आने वाली धार्मिक एवं लौकिक समस्याओं का हल उपलब्ध कराती है। यह लोग उर्स मानाने के लिए बहुत दूर दूर से आते है।

गांधी उद्यान बरेली Gandhi Udyan ?
मित्रो बरेली शहर का गांधी उद्यान आज भी किसी पहचान का मोहताज नहीं, गांधी उद्यान बरेली का एक मुख्य स्थल के रूप में रहा है। यहाँ आपको बहुत ही ज्यादा सुन्दर बगीचा देखने को मिलता है। जिसके चारो तरफ अनेको पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर रंग बिरंगे फूल के पौधे भी लगाए गए हैं। जिससे इस उद्यान की शोभा और बाद जाती है। शयहां लहराता 135 फीट ऊंचा तिरंगा इसकी शान को और बढ़ाए रखता है। ये सिविल लाइन्स बरेली में स्थित है।
यहां पर बच्चों के लिए बहुत सारे झूले और फिसल पट्टी लगी हुई है, जहां पर बच्चे अपनी पसंद के झूले झूल कर काफी इंजॉय कर सकते हैं। आप यहां सुबह के समय या शाम के समय मॉर्निंग वॉक के लिए आ सकते हैं। इस पार्क में कसरत करने के लिए भी आ सकते है। जहां पर आप कसरत कर सकते हैं। यह पार्क बहुत सुंदर है और यहां पर बहुत अच्छा लगता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।

कारगिल चौक बरेली – Kargil Chowk Bareilly ?
कारगिल चौक बरेली शहर का एक मुख्य स्थल है। जोकि बरेली कैंट एरिया में आता है। आपको यहां पर एक छोटा सा पार्क बना हुआ है। यह पार्क कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों की याद पर बनाया गया है। यह आपको वीर जवानों की मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं। साथ यही यहाँ पर आपको अनेको वस्तुएं देखने के लिए मिलती है, जिसको देख कर आपके अंदर भी आत्म जोश की भावना से भर देंगे।
फन सिटी बरेली ?
वैसे तो में फनसिटी नाम के कई मनोरंजक पार्क हैं, लेकिन बरेली का फन सिटी पार्क उत्तर भारत में सबसे बड़ा पार्क माना जाता है। यहाँ सभी आयु वर्ग के लोगों के लिये पार्क में मनोरंजन की भरपूर सुविधाएं उपलब्ध पूर्ण रूप से उपलब्ध है। इसलिए यह न सिर्फ बरेली वासियों के लिए बल्कि पर्यटकों के लिए भी आराम फरमाने और कुछ फुर्सत के पल बिताने के लिए लोकप्रिय जगह है।

चिल्ड्रन पार्क CHILDREN PARK ?
फोनिक्स यूनाइटेड मॉल PHOENIX MALL ?
फीनिक्स माल बरेली की सबसे बड़ी मॉल में से लगभग एक है। यहाँ लगभग 5.5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र और बड़ी कार पार्किंग के साथ satellite रोड पर स्थित है इस मॉल में एक बड़ा एंकर स्टोर, वेनिला दुकानें, मल्टीप्लेक्स, फूड कोर्ट, स्पेशियलिटी रेस्तरां, पीवीआर और और हाइपर मार्ट्स और अत्यधिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
साथ ही यहाँ आपको मॉल का मुख्य आकर्षण पिज्जा हट, डोमिनोज़ पिज्जा, बिग बाजार, रिलायंस फुटप्रिंट, रिलायंस डिजिटल, लेवी स्टोर, केएफसी रेस्तरां, मैकडॉनल्ड्स रेस्तरां, मोंटे कार्लो शोरूम, गेमिंग, प्ले-जोन, सिनेमा, इत्यादि। यहा आप शॉपिंग के साथ साथ मनोरंजन का भी लुत्फ उठा सकते है।
बरेली शहर की अन्य प्रसिद्ध जगह एवं मंदिरों के नाम Names of other famous places and temples of Bareilly city ?
- इस्कॉन मंदिर बरेली।
- पंचाल संग्रहालय बरेली।
- मां मनोकामना वैष्णो धाम मंदिर निर्माण नगर बरेली।
- श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सिविल लाइन, बरेली।
- श्री गौरी गणेश मंदिर गुलाब नगर बरेली।
- नवदेवी मंदिर किला क्षेत्र बरेली।
- काली मंदिर गुलाब नगर बरेली।
- सोमनाथ मंदिर शास्त्री नगर बरेली।
- प्राचीन हनुमान मंदिर बड़ा बाग बरेली।
- श्री साईं बाबा धाम शास्त्री नगर बरेली।
- श्री श्याम मंदिर नई बस्ती बरेली।
- सीआई पार्क या नेताजी सुभाषचंद्र पार्क बरेली।
- श्री 52 भैरव नाथ मंदिर बरेली।
- श्री बालाजी मंदिर,करगैना बरेली।
दोस्तों आशा करता हु कि आपको ये लेख पसंद आएगा। मित्रो अगर इस लेख में मुझसे कोई त्रुटि हुई हो तो उसके लिए छमा कीजियेगा यह लेख मैंने अपने नॉलेज के अनुसार लिखा है। अगर आपको ये लेख पसंद आये तो कमेंट में अपनी विचार जरूर दीजिएगा।